Movie/Album: द बॉडी (2019)
Music By: आर्को प्रावो मुखर्जी
Lyrics By: आर्को, मनोज मुंतशिर
Performed By: अरिजीत सिंह
बीते लम्हों को
फिर से जीने के लिए
जुदा होना ज़रूरी है समझा कर
रात जितनी भी, दिलचस्प हो साइयाँ
सुबह होना ज़रूरी है समझा कर
खुदा हाफिज़ ओ मेरे यारा
मिलें या ना मिलें दोबारा
रहूँगा मैं सदा तेरा
खुदा हाफिज़ ओ मेरे यारा
सफ़र बेदर्द बेसहारा
मुहाफ़िज़ हो ख़ुदा तेरा
दास्ताँ तेरी मेरी कितनी अजीब है
पास तू नहीं फिर भी सबसे करीब है
खुदा हाफिज़ ओ मेरे यारा
जो पल तेरे बिना गुज़ारा
है उसमें भी निशाँ तेरा
मिटे ना मिटाए अब यार मेरी आँखों से
ये नमी
हर दिन हर लम्हा यूँ गूँजेगी दीवारों से
तेरी कमी
जब मिलेंगे दोबारा हम किसी चौराहे पे
फिर कभी
मैं पहचान लूँगा तुमको है लाज़मी
खुदा हाफिज़ ओ मेरे यारा
सफ़र बेदर्द बेसहारा
अधूरी रह गयी दुआ
डूबकर सूरज ने मुझको तन्हा कर दिया
मेरा साया भी बिछड़ा मेरे दोस्त की तरह
खुदा हाफिज़ ओ मेरे यारा
मिलें या ना मिलें दोबारा
रहूँगा मैं सदा तेरा
दास्ताँ तेरी मेरी कितनी अजीब है...
खुदा हाफ़िज़ - Khuda Haafiz (Arijit Singh, The Body)
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